खबरों के खिलाड़ी में मायावती की राजनीति पर चर्चा
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लोकसभा चुनाव के बीच बसपा प्रमुख मायावती ने आकाश आनंद को पार्टी के संयोजक पद से हटा दिया। अब वह मायावती के उत्तराधिकारी भी नहीं रहेंगे। आकाश आनंद को हटाने के पीछे आखिर वजह क्या रही? अपने इस कदम से मायावती क्या संदेश देना चाहती हैं? क्या यह लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद के समीकरण साधने की कोशिश है? इन सभी सवालों पर इस हफ्ते के ‘खबरों के खिलाड़ी’ में चर्चा हुई। चर्चा के लिए वरिष्ठ पत्रकार विनोद अग्निहोत्री, समीर चौगांवकर, अवधेश कुमार और पूर्णिमा त्रिपाठी मौजूद थे।
समीर चौगांवकर: 2017 के विधानसभा चुनाव के वक्त सहारानपुर दंगे से प्रभावित क्षेत्रों में मायावती आकाश आनंद को लेकर गईं थीं। उसी वक्त से लगने लगा था कि मायावती उन्हें अपने उत्तराधिकारी के तौर पर आगे करेंगी। बसपा के लोगों का कहना है कि आकाश आनंद लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते थे। पार्टी का राष्ट्रीय संयोजक बनने के बाद से वह ऐसे फैसले ले रहे थे, जिससे सतीश चंद्र मिश्र असहज हो रहे थे। उनके फैसलों की वजह सतीश चंद्र मिश्र के बेटे पार्टी से पूरी तरह अलग हो गए थे। इसके बाद सतीश चंद्र मिश्र ने मायावती से मुलाकात करके पार्टी से अलग होने की बात कही थी। इसके बाद ही मायावती ने यह फैसला लिया।