मुंबई1 दिन पहलेलेखक: आशीष तिवारी
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संजय लीला भंसाली की सीरीज हीरामंडी नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो गई है। इस सीरीज के जरिए फरदीन खान ने लंबे समय बाद वापसी की है। उन्होंने दैनिक भास्कर को दिए इंटरव्यू में हीरामंडी में रोल मिलने और भंसाली के साथ काम करने का एक्सपीरियंस शेयर किया।
उन्होंने भंसाली के साथ अपना एक दिलचस्प वाकया भी शेयर किया। फरदीन ने कहा कि एक बार भंसाली ने उनसे कहा कि वो कभी उनके साथ काम नहीं करेंगे। भंसाली ने फरदीन से कहा कि आपकी आंखों में फायर नहीं है।
हालांकि इतने साल बाद ऐसा क्या हुआ कि खुद भंसाली की तरफ से फरदीन को ऑफर आ गया। हीरामंडी की स्टारकास्ट फरदीन खान, अदिति राव हैदरी और ताहा शाह बदुशा ने दैनिक भास्कर को इंटरव्यू दिया है।
पढ़िए, बातचीत के प्रमुख अंश..
सवाल- अदिति सबसे पहले तो आप बताइए, आप किस तरह हीरामंडी के लिए चुनी गईं।
जवाब- संजय सर (संजय लीला भंसाली) ने मुझे इसके लिए चुना और मैं इसके लिए बहुत शुक्रगुजार हूं। संजय सर जिस तरह किरदारों को अपनी फिल्मों में निखारते हैं, उसकी बात ही अलग है। उनके साथ काम करना एक शानदार एक्सपीरियंस है। उन्होंने मेरे किरदार बिब्बो जान को क्या खूब लिखा है।
सवाल- फरदीन, आपको काफी दिन बाद देखकर बहुत अच्छा लग रहा है, जब आपको हीरामंडी में रोल मिला तो पहला रिएक्शन क्या था?
जवाब- मैं 12 साल से इंडस्ट्री से गायब था। जब मुझे हीरामंडी के लिए रोल ऑफर हुआ तो विश्वास नहीं हुआ। मेरे पास लुक टेस्ट के लिए कॉल आया। उसमें सिलेक्ट हुआ तो संजय सर का मेरे पास फोन आया। उन्होंने मुझसे कहा कि आप हीरामंडी में वली मोहम्मद के किरदार के लिए सिलेक्ट हो गए हैं।
संजय सर ने वली मोहम्मद के किरदार का बहुत अच्छा ब्रीफ दिया था। उन्होंने मुझे बताया कि वली मोहम्मद एक नेक इंसान है, वो महिलाओं की बहुत इज्जत करता है। यह सुनकर मैं इस किरदार को लेकर और प्रभावित हुआ।
सवाल- ताहा, आप अपने रोल के बारे में क्या कहेंगे?
जवाब- सबसे पहले तो मैं संजय सर का शुक्रिया अदा करना चाहूंगा। संजय सर यह नहीं देखते कि एक्टर किस बैकग्राउंड से आया है, उसका पिछला काम क्या रहा है। उन्होंने मुझे पहले दूसरा रोल ऑफर किया था। बाद में एक महीना काम देखने के बाद उन्होंने मुझे ताजदार का बड़ा और प्रभावशाली रोल दे दिया। मुझे लगता है कि ताजदार मेरे करियर का बेस्ट रोल है। इसके लिए संजय लीला भंसाली और नेटफ्लिक्स का जितना शुक्रिया अदा करूं कम है।
सवाल- फरदीन, हीरामंडी में रोल मिलने और भंसाली के साथ मीटिंग को लेकर क्या कहेंगे?
जवाब- मेरी दूसरी फिल्म जंगल (2000) के समय की बात है। मैं संजय सर से मिलने उनके घर गया था। हमारी तकरीबन 10-15 मिनट बातचीत हुई। संजय सर ने उस वक्त मुझसे कहा कि फरदीन, आपकी आंखों में मुझे वो फायर नहीं दिखती। मुझे नहीं लगता कि हम लोग कभी साथ में काम कर पाएंगे। उन्होंने बहुत नॉर्मली यह बात कही। मुझे भी बुरा नहीं लगा। हालांकि जब मुझे हीरामंडी के लिए बुलाया गया तो मैंने उन्हें उनकी बात याद दिलाई।
सवाल- इन 12 सालों में ऐसा क्या हुआ कि संजय लीला भंसाली की सोच आपको लेकर बदल गई?
जवाब- संजय सर ने कहा कि उस वक्त के फरदीन में और आज के फरदीन में बहुत अंतर है। अब आपकी आंखें बता रही हैं कि आप जिंदगी में काफी कुछ झेल कर आ रहे हैं। आपके अंदर पहले की तुलना में काफी बदलाव आ गया है।
इन 12 सालों में मैंने बहुत कुछ सीखा। अब मैं एक न्यूकमर के तौर पर वापस आया हूं। मैं वो सारी चीजें भूल चुका हूं कि पहले क्या काम किया है। बस इस बात की खुशी है कि लोग अब तक मेरे काम को सराहते हैं, उन्हें मैं अच्छी तरह याद हूं।
सवाल- अदिति आप अपना किस्सा बताइए, संजय लीला भंसाली ने आपको कैसे अप्रोच किया?
जवाब- लॉकडाउन के दौरान मैं मुंबई आई थी। उस वक्त मेरी मुलाकात संजय सर से हुई। उन्होंने मुझसे कहा कि कितनी पतली हो गई है, कुछ खाया-पीया करो। इसके बाद मैं साउथ चली गई। वहां मेरी एक फिल्म लगी थी। एक दिन मेरे पास भंसाली प्रोडक्शन से फोन आया और उन्होंने मुझे मुंबई बुलाया। मुझे लग गया कि कुछ अच्छा होने वाला है।
मैं संजय सर के ऑफिस पहुंची। वहां पूरा सेट लगा हुआ था। कॉस्ट्यूम से लेकर सारी चीजें रखी हुई थीं। काफी अच्छा माहौल था। संजय सर ने वहीं मेरा लुक टेस्ट लिया और मुझे रोल के लिए सिलेक्ट कर लिया। मैं इंडस्ट्री में जितने लोगों को भी जानती हूं, उसमें संजय लीला भंसाली मुझे काफी ज्यादा दयालु प्रवृत्ति के लगते हैं।
सवाल- संजय लीला भंसाली के बारे में कहा जाता है कि वो अपने एक्टर्स से बहुत मेहनत कराते हैं, वर्कशॉप वगैरह भी ऑर्गेनाइज कराते हैं? इस पर अदिति आप क्या कहेंगी?
जवाब– आप संजय सर की फिल्मों की भव्यता देखिए। ये इतनी आसानी से थोड़ी संभव है। संजय सर इसके लिए कड़ी मेहनत करते हैं। उन्हें एक्टर्स से बेस्ट निकलवाना आता है। वो चाहते हैं कि उनकी फिल्में बेस्ट तरीके से बनें। वो परफेक्शन में यकीन करते हैं। इसी वजह से वे अपने काम को हल्के में नहीं लेते हैं।
सवाल- फरदीन, आप संजय लीला भंसाली की फिल्म मेकिंग को कैसे देखते हैं?
जवाब- संजय लीला भंसाली के लिए फिल्में बनाना काम नहीं बल्कि जिंदगी है। इंडस्ट्री में कुछ ही लोग होते हैं, जिन्हें अपने काम में मास्टरी हासिल होती है, संजय लीला भंसाली उनमें से एक हैं। वे अपने एक्टर्स से बेस्ट की डिमांड करते हैं। वे आपको आपसे भी ज्यादा जानते हैं। अपने एक्टर्स का ख्याल भी काफी ज्यादा रखते हैं। एक्टर्स को बस उनका प्रोसेस समझना होता है।
सवाल- फरदीन, आप संजय लीला भंसाली के बारे में कुछ दिलचस्प बात बताना चाहेंगे?
जवाब- उनको (संजय लीला भंसाली) जानवरों से बहुत प्रेम है। उन्होंने हीरामंडी के सेट पर 20 कुत्ते पाले थे। उनके खाने-पीने का भी ध्यान रखते थे। जब भी उनका मूड खराब होता था, वे कुत्तों के साथ टाइम बिताते हैं।
सवाल- अदिति, आप संजय लीला भंसाली के पशु प्रेम के बारे में क्या कहेंगी?
जवाब- जब भी संजय सर का मूड खराब होता था या वे थोड़े इरिटेट होते थे तो हम सभी उनके पाले कुत्तों को सेट पर लाते थे। पेट डॉग्स को देखकर उनका गुस्सा शांत हो जाता था।