लद्दाख में सौर तूफान के बाद अद्भुत नजारा
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शुक्रवार को दो दशक बाद सबसे शक्तिशाली सौर तूफान पृथ्वी से टकरा गया था। इस वजह से दुनिया के कई देशों में ध्रुवीय ज्योति (ऑरोरा) जैसा नजारा देखने को मिला। ऐसा ही नजारा भारत के लद्दाख में भी देखने को मिला, जब आसमान में लाल रंग का ऑरोरा नजर आया। अंतरिक्ष विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों का कहना है कि रात करीब एक बजे लद्दाख के हानले में आसमान लाल रंग की ध्रुवीय ज्योति से चमक उठा। सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि जर्मनी, ऑस्ट्रिया, स्विट्जरलैंड, स्लोवाकिया, डेनमार्क और पोलैंड में भी कुछ ऐसी ही घटना देखने को मिली।
वैज्ञानिकों ने बताया दुर्लभ घटना
अंतरिक्ष विज्ञान उत्कृष्टता केंद्र (सीईएसएसआई) के अनुसार यह दुर्लभ घटना है। ऐसे नजारे अक्सर पृथ्वी के उत्तरी ध्रुव या दक्षिणी ध्रुव में देखने को मिलते हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार सूर्य में मौजूद सौर ज्वालाओं की वजह से सौर तूफान (कोरोनल मास) आया था। यह सौर तूफान 800 किमी प्रति सेकंड की रफ्तार से पृथ्वी से टकरा रहा है। इस सौर चुंबकीय तूफान की वजह से लद्दाख के हानले में यह दुर्लभ लाल ऑरोरा देखने को मिला।
सूर्योदय तक जारी रही लाल चमक
लद्दाख के हानले डार्क स्काई रिजर्व के खगोलविदों ने आकाश में रात करीब 1.00 बजे एक लाल चमक देखी और ये सूर्योदय तक जारी रही। हानले डार्क स्काई रिजर्व के एक इंजीनियर स्टैनजिन नोर्ला ने बताया कि ऑल-स्काई कैमरे पर ऑरोरा की गतिविधियों को देखा गया।
2003 में आया था ऐसा सौर तूफान
एक रिपोर्ट के अनुसार इससे पहले 2003 में ऐसा सौर तूफान आया था। उस समय इस तूफान की वजह से स्वीडन में बिजली चली गई थी और दक्षिण अफ्रीका में भी कई जगह बिजली ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो गए थे।