1 घंटे पहले
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फिल्ममेकर विधु विनोद चोपड़ा की फिल्म ‘12th फेल’ ने यह साबित कर दिया कि फिल्म का विषय अगर अच्छा हो तो दर्शक फिल्में देखने थिएटर तक जरूर आएंगे। टी-सीरीज के भूषण कुमार भी मानते हैं कि ‘12th फेल’ की सफलता से उन्होंने फिल्म ‘श्रीकांत’ को थिएटर में रिलीज करने की सोची। हालांकि इस फिल्म की सफलता को लेकर राजकुमार राव श्योर नहीं थे। वे चाहते थे कि फिल्म थिएटर में नहीं ओटीटी पर आए।
दैनिक भास्कर से बातचीत के दौरान भूषण कुमार ने बताया कि फिल्म ‘श्रीकांत’ को उन्होंने कोविड से 3-4 महीने पहले दिवाली पार्टी पर लॉक कर दिया था। वे कहते हैं- ‘कोविड आने के बाद किसी को नहीं पता था कि आगे क्या होगा? कोविड के दौरान ही फिल्म की कास्टिंग हुई और कोविड के बाद फिल्म की शूटिंग शुरू हुई।’
कोविड के बाद जब थिएटर खुले तो दर्शक ओटीटी पर ही फिल्में देख रहे थे। थिएटर में फिल्में रिलीज करना थोड़ा जोखिम था। भूषण कुमार ने कहा- श्रीकांत को हम लोग पिछले साल ही रिलीज करने वाले थे। हमने सोचा की यह बहुत ही खूबसूरत फिल्म बनी है। इस फिल्म को अच्छे समय पर रिलीज करते हैं। फिल्म के सब्जेक्ट और डायरेक्टर को लेकर मैं बहुत ही कॉन्फिडेंस में था। लेकिन जब हमने पहली बार फिल्म देखी थी तो थोड़े से चिंचित थे कि फिल्म थिएटर में चलेगी कि नहीं चलेगी।
श्रीकांत को थिएटर में रिलीज करने के पक्ष में पहले राजकुमार राव भी नहीं थे। वे इस फिल्म की सफलता को लेकर श्योर नहीं थे। वे चाहते थे कि फिल्म थिएटर में नहीं ओटीटी पर आए। भूषण कुमार ने कहा- राजकुमार राव थोड़े चिंचित थे। वे चाह रहे थे कि फिल्म ओटीटी पर रिलीज किया जाए। लेकिन जब मैंने ‘12th फेल’ के बाद दोबारा ‘श्रीकांत’ देखी तो राजकुमार से कहा कि फिल्म को फ्रंटफुट पर लेकर जाना है। यह फिल्म 100 प्रतिशत चलेगी। आप प्रमोशन के लिए तैयार हो जाइए।
भूषण कुमार मानते हैं कि ‘श्रीकांत’ ऐसी फिल्म है, जिससे इज्जत बहुत मिल रही है। वे कहते हैं, ‘हम बहुत सारी फिल्में बनाते हैं। पैसे भी कमा लेते हैं। लेकिन इस फिल्म से जो इज्जत मिली, वैसी इज्जत किसी भी फिल्म से नहीं मिली है। इस फिल्म को डायरेक्टर तुषार हीरानंदानी ने बहुत ही हैपी बनाई है, जिसे लोग पसंद कर रहे हैं। यह हमारी ऐसी फिल्म है, जो बजट के अंदर बनी है। नॉर्मली हमारी फिल्में ओवर बजट ही हुई हैं। तुषार और निधि के साथ काम करने में बहुत ही मजा आया और हम आगे भी साथ काम कर रहे हैं।’