14 घंटे पहले
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बॉलीवुड एक्टर शेखर सुमन ने बड़े शहरों खासकर मुंबई में रहने वाले लोगों पर निशाना साधा है। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि उन्हें अब भी होमटाउन पटना पसंद है लेकिन प्रोफेशन और जरूरतों के चलते उन्हें मुंबई में रहना पड़ता है। शेखर ने मुंबई के लोगों की तुलना जानवरों से कर दी और शहर को जंगल बताया।
शेखर सुमन ने तकरीबन 13 फिल्मों में काम किया है।
बड़े शहरों के लोगों को कहा रोबोट
इंटरव्यू में जब शेखर से छोटे शहरों और मुंबई जैसे बड़े शहरों में अंतर के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘ये शहर थोड़ी है? ये जंगल है। यहां इंसान नहीं बसते। यहां सब खौफनाक लोग हैं। यहां लोग रोबोट्स बन गए हैं। AI से बने रोबोट्स हैं। ये लोग बुत हैं, सब पत्थर हैं और ऐसा ही उनका दिल भी है और रूह भी है। जंगल में सब भटक रहे हैं, कोई कायदा कानून तो है नहीं। ये सब सिरफिरे लोग, इनको क्या कहा जाए। इनको इंसान कहने में शर्म आती है।’
शेखर ने कहा कि उनके पास ऐसे लोगों के बीच रहने के अलावा और कोई चारा नहीं है। शेखर ने कहा, ‘ऐसे में व्यक्ति को अपने लिए सेफ कॉर्नर तलाश कर सर्वाइव करने के अलावा कोई और चारा नहीं है। ताकि शांति से यहां रहा जा सके।’
‘हीरामंडी: द डायमंड बाजार’ में शेखर का लुक।
‘हीरामंडी’ में नजर आए हैं शेखर
शेखर 1980 से मुंबई में रह रहे हैं। पटना से काम के सिलसिले में जब वो मुंबई आए तो उन्हें 15 दिन के अंदर ही एक्टिंग का ऑफर मिल गया था। उन्होंने 90 के दशक में कई फिल्मों में छोटे-मोटे रोल किए। सीरियल ‘देख भाई देख’ की पॉपुलैरिटी से शेखर को इंडस्ट्री में पहचान मिली। हाल ही में उन्हें संजय लीला भंसाली की सीरीज ‘हीरामंडी: द डायमंड बाजार’ में भी देखा गया है।