Lok Sabha Election 2024
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हरियाणा में चल रहे लोकसभा चुनाव के शोरगुल के बीच सत्ताधारी पार्टी भाजपा कांग्रेस के चक्रव्यूह में फंस गई है। तीन निर्दलीय विधायकों को भाजपा से तोड़कर अपने साथ लाकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बड़ा सियासी दांव खेलकर भाजपा पर मनोवैज्ञानिक बढ़त बना ली है।
हुड्डा के इस दांव से भाजपा सरकार अल्पमत में आ गई है और प्रदेश भाजपा का शीर्ष नेतृत्व लोकसभा चुनाव के बीच सरकार को संकट से निकालने में जुट गया है। मुख्यमंत्री नायब सैनी और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल निर्दलीय व जजपा के विधायकों को साध रहे हैं। इससे पहले दोनों नेताओं ने लोकसभा चुनाव को लेकर पूरी ताकत झोंकी हुई थी, जबकि अब वे विधायकों के साथ वन टू वन बैठकों में व्यस्त हो गए हैं।
कांग्रेस के इस चक्रव्यूह को तोड़ने के लिए भाजपा की ओर से कमान मनोहर लाल ने संभाली है। सैनी सरकार बचाने के लिए उन्होंने न केवल जजपा के तीन विधायकों को साधा, बल्कि अब कांग्रेस पर पलटवार के लिए उनके कुछ नाराज नेताओं पर भी नजर बना ली है।
संभावना है कि अगले कुछ दिनों में मनोहर लाल की अगुवाई में कुछ कांग्रेसी नेता भाजपा का दामन थामें। शह और मात के इस खेल में दोनों ही पूर्व मुख्यमंत्रियों की साख दांव पर लगी है। संयोग की बात है कि दोनों ही नेता अपनी-अपनी पार्टी के हाईकमान के विश्वास पात्र हैं और दोनों ही पार्टियों ने दोनों नेताओं को हरियाणा के लिए फ्री हैंड कर रखा है।