कर्नल काले को श्रद्धांजलि
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इस्राइल में भारतीय दूतावास के दो अधिकारियों ने कर्नल वैभव अनिल काले को अंतिम सम्मान दिया। दरअसल, इस्राइल और हमास के संघर्ष के बीच गाजा में कर्नल काले की मौत हो गई। उनके शव को भारत वापस लाया गया। दूतावास के अधिकारियों के साथ इस्राइली विदेश मंत्रालय, इस्राइली सुरक्षाबल और संयुक्त राष्ट्र विभाग के बचाव और सुरक्षा (यूएनडीएसएस) अधिकारी बी शामिल हुए।
सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए भारतीय दूतावास ने कहा, “इस्राइली विदेश मंत्रालय, आईडीएफ और यूएनडीएसएस अधिकारियों ने कर्नल वैभव काले के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने गाजा में अपनी जान गंवा दी। उनका पार्थिव शरीर भारत लाया जा रहा है।”
यूएन में शामिल होने के लिए लिया था रिटायरमेंट
राफा से खान यूनिस क्षेत्र में अस्पताल ले जाते समय 46 वर्षीय कर्नल काले की मौत हो गई थी। वैश्विक संस्थान के बयान के अनुसार, वैभव संयुक्त राष्ट्र में सुरक्षा सेवा समन्वय के रूप शामिल हुए थे और एक महीने पहले ही उनकी तैनाती गाजा में हुई थी। कर्नल काले को जम्मू कश्मीर राइफल्स रेजिमेंट में नियुक्त किया गया था। यूएन में शामिल होने के लिए दो साल पहले उन्होंने रिटयरमेंट ले लिया था।
विदेश मंत्रालय ने जारी किया बयान
विदेश मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान जारी किया। उन्होंने बताया कि संयुक्त राष्ट्र और इस्राइल में भारतीय मिशन कर्नल काले के पार्थिव शरीर को वापस लाने में सहायत कर रहे हैं। वह संयुक्त राष्ट्र के कर्मचारी के तौर पर काम करते हुए गाजा में मारे गए थे। बयान में उन्होंने कहा, “न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में और तेल अवीव और रामल्ला में हमारे मिशन शव को भारत वापस लाने में सहायता कर रहे हैं। हम इस घटना की जांच के संबंध में संबंधित अधिकारियों के संपर्क में हैं।”
संयुक्त राष्ट्र कर्मियों पर ऐसे हमले को लेकर महासचिव ने निंदा की। उन्होंने इस मामले की जांच की भी मांग की है। उन्होंने जान गंवाने वाले स्टाफ सदस्यों के परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की।